कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बैठक हुई सम्पन्न

कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बैठक हुई सम्पन्न

चित्रकूट
ब्यूरो रिपोर्ट _ आशीष उपाध्याय

जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी से कहा कि जिला अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जो कंप्यूटराइज ओपीडी पर्चा के साथ ओपीडी लैब दवा वितरण किया जा रहा है उसका निरीक्षण किया जाए की यह कार्य हो रहा है कि नहीं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मानिकपुर व रामनगर को निर्देश दिए कि प्रसव के लिए महिलाओं को सिजेरियन के लिए खोह अस्पताल के लिए रेफर किया जाए उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जो ग्राम स्वास्थ्य निधि की धनराशि गांव में शेष है उसमें आशा एएनएम के लिए जो मशीन खराब हो गई है उनको कृय कराया जाए, उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि जिन सब सेंटरों पर स्टाफ और स्वास्थ्य सुविधाएं हैं उनमें डिलीवरी का कार्य शुरू करें, उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक रविवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केदो में स्वास्थ्य मेला अवश्य आयोजित किया जाए किसी भी मरीज को बाहर की दवा ना लिखी जाए और ना ही जांच कराई जाए यह आप लोग सुनिश्चित कर ले, राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम के बारे में प्रचार प्रसार किया जाए तथा जिन योजनाओं में आईसी की धनराशि शेष है उसमें भी स्वास्थ्य सुविधाएं का होडिंग पोस्टर बैनर, प्रचार वाहन के माध्यम से प्रचार प्रसार कराया जाए। अधीक्षक जिला चिकित्सालय व प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि वायरल हेपिटाइटिस की जांच आशाओं के माध्यम से करा लें कि कितने केस है और वैक्सीन की व्यवस्था करना सुनिश्चित करें, सर्पदंश के बारे में भी लोगों को जागरूक किया जाए, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मानिकपुर व शिवरामपुर को निर्देश दिए जिन सब सेंटरों पर डिलीवरी का कार्य शुरू किया गया है वहां पर अब क्यों बंद कर दिया गया है जो समस्याएं हो उसका निराकरण कराकर वहां पर डिलीवरी का कार्य शुरू कराया जाए यह आपकी पूर्ण जिम्मेदारी है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एम सी एच विंग खोह को निर्देश दिए कि सिजेरियन ऑपरेशन को बढ़ाए उन्होंने कहा कि जिन स्वास्थ्य केंद्रों में डीपीएम, सीपीएम, बीपीएम द्वारा सही से कार्य नहीं किया जा रहा है तो उनके सेवा समाप्ति की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए आयुष्मान गोल्डन कार्ड पर बढ़ावा दिया जाए।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जिन स्वास्थ्य योजनाओं के मद में शासन से धनराशि दी गई है उसमें शासन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार व्यय किया जाए।
जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना, संस्थागत प्रसव, राष्ट्रीय अंधता निवारण,क्षय रोग निवारण कार्यक्रम, टीकाकरण, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, जननी शिशु सुरक्षा योजना, एफआरयू,प्रसव लाभार्थियों के भुगतान,एएनसी रजिस्ट्रेशन, चिकित्सकों की उपलब्धता, दवाओं की व्यवस्था, पोषण पुनर्वास केंद्र,आरबीएसके टीम के कार्यो, परिवार नियोजन कार्यक्रम आदि विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुधीर कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एम सी एच विंग खोह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लव प्रकाश यादव,अपर जिला पंचायत राज अधिकारी रमेश चंद्र गुप्ता,बाल विकास परियोजना अधिकारी बी एल गुप्ता, जिला मलेरिया अधिकारी लाल जी साहब, सहित संबंधित अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

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